मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
गुरुवार को पीएम श्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दीवानगंज, एकीकृत शासकीय कन्या शाला दीवानगंज , शासकीय माध्यमिक शाला अंबाडी, हाई स्कूल सेमरा सहित आसपास के गांव में स्थित शाला में बाल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों के सर्वांगीण विकास, खानपान, पहनावे और शिक्षा के बारे में विचार-विमर्श किया गया। शिक्षकों द्वार छात्र-छात्राओं को बाल दिवस की शुभकामनाएं दीं गई। शिक्षकों द्वारा लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई कर ,जीवन मे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर शाला परिसर को रंग-बिरंगे गुब्बारों और देशभक्ति से प्रेरित पोस्टरों से सजाया गया था। वहीं विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं।
बाल दिवस के अवसर पर स्कूल और दूसरे संस्थानों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित हुए हैं। इसमें स्पीच यानी भाषण प्रतियोगिता भी शामिल है। इस दिन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन है, जिनका बच्चों से विशेष प्रेम था और उनके देहांत के बाद उनके जन्मदिन 14 नवंबर को बाल दिवस यानी चिल्ड्रन डे के रूप में मनाने की घोषणा की गई। जोकि हमारे पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन भी है। पीएम नेहरू जी एक महान लेखक होने के साथ एक इतिहासकार भी थे, जिन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नेहरू जी को बच्चों से बहुत प्यार था। उस जमाने में हम बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। इसलिए हम उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी के जन्मदिन पर हम न केवल उन्हें याद करते हैं बल्कि बच्चों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा करते हैं। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी बच्चों को उनके अधिकार मिलें और उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिले।
प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू कहा करते थे कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और वह बगीचे में खिले हुए फूल हैं। हमें उनका ध्यान रखना चाहिए और उन्हें प्यार देना चाहिए। क्योंकि वही हमारे देश को आगे ले जाएंगे।