उत्तर प्रदेश के जालौन में दो दोस्तों ने मंगलवार देर रात सल्फास खाकर अपनी जान दे दी. दोनों दोस्तों ने अपनी जान देने से पहले स्टेटस भी लगाया था. सिर्फ स्टेटस ही नहीं दोनों दोस्त ओशो को बहुत सुनते थे. मरने से पहले भी दोनों ने ओशो को सुना फिर सल्फास खा लिया और जान दे दी. घटना कालपी कोतवाली क्षेत्र के कर्बला के मैदान की है.
शनिवार देर रात को कालपी कोतवाली क्षेत्र के टरननगंज के नुमाइश मैदान इलाके के रहने वाले मेडिकल संचालक अमन वर्मा ने अपने साथी आलमपुर के रहने वाले बालेन्द्र पाल के साथ कर्बला के मैदान में सल्फास खाकर अपनी जान दे दी, जिसमें बालेंद्र की तो मौके पर मौत हो ही गई, जबकि अमन की हालत बिगड़ने लगी तो उसने अपने परिजनों को फोन करके सूचना दी.
इलाज होने से पहले ही हो गई मौत
फोन आने पर परिजन तुंरत उसके पास पहुंचे और दोनों को लेकर तत्काल इलाज के लिए कालपी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए, मगर अमन की इलाज होने से पहले ही मौत हो गई. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने फॉरेंसिंक टीम के साथ मिलकर मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि अभी ये बात सामने नहीं आई है की आखिर दोनों की आत्महत्या का कारण क्या था.
ओशो को सुनते थे दोनों दोस्त
जांच के दौरान पता चला कि अमन और बालेंद्र में गहरी दोस्ती थी, अमन मेडिकल स्टोर का संचालन करता था. अमन और बालेंद्र ओशो के प्रवचन सुनते थे और उनसे काफी प्रभावित थे और अक्सर कर्बला के मैदान में जाते थे. उन्होंने मंगलवार रात को भी कर्बला के मैदान में जाकर ओशो का प्रवचन सुना था और उसके बाद जहर खा लिया. जहर खाने से पहले ही अमन और बालेंद्र ने सोशल मीडिया में मरने वाले स्टेट्स लगाए थे. वहीं इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, पुलिस ने मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.