नवाचार:सरोगेसी से गिर, साहिवाल और मुर्रा जैसी नस्लें,केंद्र सरकार के एक्सलरेरेटेड ब्रीड इंप्रूवमेंट प्रोग्राम के तहत प्रदेश के 10 जिलों में पहल
शिवलाल यादव रायसेन
केंद्र सरकार ने एक्सलरेरेटेड ब्रीड इंप्रूवमेंट प्रोग्राम (एबीआइपी) शुरू किया है। इसमें प्रदेश के 10 जिलों को चुना है। इसके तहत सरोगेसी तकनीक से उन्नत नस्ल वाले दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ाना है। लक्ष्य है कि 95% तक मादा वत्स पैदा करवाई जाएं। चयनित जिलों के लिए मप्र राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम को केंद्र से एक करोड़ रुपए मिले हैं। इससे योजना को साकार किया जाएगा।
मैदानी क्षेत्रों में पहुंचाने की चुनौती
केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला 12 नवंबर 2022 को भोपाल आए थे। उन्होंने केरवा क्षेत्र स्थित सेक्स शॉर्टेड सीमन लैब, ईटीटी-आइवीएफ लैब को देखा और संतुष्टि जाहिर की। अधिकारियों से कहा था कि इस तकनीक को लैब से अब मैदानी क्षेत्र में ले जाने की चुनौती है। इस काम में लगने वाले खर्च के लिए वित्तीय सहायता केंद्र देगा।
सामान्य गायों से1250 उन्नत पशु...
कुक्कुट विकास निगम भोपाल के एमडी डॉ. एचबीएस भदौरिया ने बताया कि प्रोग्राम में सेक्स शॉर्टेड सीमन तकनीक से 1250 दुधारू पशुओं में गर्भधारण करवाना है। संख्या के हिसाब 600 गिर, 600 साहीवाल नस्ल की गाय तो 50 मुर्रा भैंसों की मादा वत्स पैदा करवाने का लक्ष्य है। सेक्स्ड एम्ब्रियो का प्रत्यारोपण कर गर्भधारण करवाया जाएगा।
केंद्र-राज्य सरकार के अलावा किसान का भी रहेगा शेयर….
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ पीके अग्रवाल ने बताया कि यह कार्यक्रम रायसेन सीहोर, विदिशा, दमोह, सागर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, खंडवा, खरगोन और मुरैना जिले में चलाया जाएगा। हितग्राही पशुपालक के घर या फार्म पर राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की टीम मादा गाय और भैंस को सरोगेसी के लिए चुनेगी। पशुपालक से 1500 रुपए लिए जाएंगे। पांच हजार रुपए केंद्र, 16 हजार रुपए की राशि राज्य सरकार की ओर से प्रति पशु वहन की जा रही है।