रायसेन वन परिसर में जिला स्तरीय गीता महोत्सव का आयोजन,स्वास्थ्य राज्यमंत्री पूर्व केबिनेट मंत्री हुए शामिल
श्रीमद् भगवद गीता की अमूल्य शिक्षा तथा मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात करें- स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री पटेल
रायसेन।रायसेन स्थित वन परिसर में गीता जयंती के अवसर पर आयोजित जिला स्तरीय गीता महोत्सव का श्रृद्धेय संत श्री श्री 1008 रामदास जी त्यागी महाराज हरिहर आश्रम आमखेड़ा, संत श्री श्री 108 भोलेस्वरूप ब्रम्हचारी जी रामपुर मंदिर हरिहर आश्रम रायसेन द्वारा कन्यापूजन, भगवान श्री कृष्ण और श्रीमद् भगवद गीता की पूजा अर्चना तथा दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया गया। गीता महोत्सव में संत श्री नागा जी महाराज, संत पंडित श्री ओमप्रकाश शुक्ला जी, स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीणा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। महोत्सव के समापन अवसर पर उपस्थित संतगणों को शाल श्रीफल भेंट कर जनप्रतिनिधियों द्वारा आर्शीवाद प्राप्त किया गया।
स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने उपस्थितजनों को गीता जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में पहली बार ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से हमें गीता के ज्ञान और इसके महत्व को जानने तथा व्यवहार में आत्मसात करने का अवसर मिला है। भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन के रहस्य की जो बात श्रीमद्भगवद गीता में समझाई है वह व्यक्ति, समाज और राष्ट्र निर्माण के लिये प्रासंगिक है।
स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन की सफलता के लिये अपने धर्म के पालन और एकाग्रता के साथ कर्मशीलता पर ही बल दिया है। उन्होंने गीता के श्लोक कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥ (2/ 47) का हिंदी अनुवाद बताते हुए कहा कि तुम्हारा अधिकार केवल कर्म पर है, कर्म के फल पर नहीं… इसलिए फल की चिंता किये बिना कर्म को ही कर्तव्य मानकर कार्य करो, उसी पर तुम्हारा अधिकार है। उन्होंने कहा कि गीता के अध्याय दो के इस श्लोक में किसी व्यक्ति के जीवन की सफलता का ही नहीं, समाज और राष्ट्र के विकास का भी यही सूत्र है। मनुष्य को अपना पूरा ध्यान अपने कर्म और कर्तव्य पर ही लगाना चाहिए। स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री पटेल ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे गीता की अमूल्य शिक्षा तथा मूल्यों से प्रेरणा लें, अपने जीवन में आत्मसात करें और बड़े होकर अपने विकास के साथ विकसित मध्यप्रदेश निर्माण की संकल्पना को आधार प्रदान करें।
सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी ने कहा कि श्रीमद् भगवद गीता एक अनूठा आध्यात्मिक मार्गदर्शी ग्रंथ है, भगवद् गीता जिसका प्रभाव पूरी दुनिया में फैल चुका है। भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य वचनों में सम्पूर्ण जीवन की व्याख्या है। उन्होंने कहा कि भगवद् गीता मानव जीवन के हर पहलू को समझने में मदद करती है। गीता हमें आंतरिक शांति और खुशी पाने के लिए मन को जीतने का महत्व सिखाती है। गीता में कर्म को प्रधानता दी गई है और हमें अपने कर्तव्यों को निभाने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि गीता हमें सिखाती है कि धैर्य और संतोष रखकर ही हम जीवन की कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं। गीता आत्मज्ञान का मार्ग दिखाती है और हमें अपने भीतर की शक्ति को पहचानने का अवसर देती है। यह साहस और दृढ़ विश्वास के साथ चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करती है। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीणा ने भी संबोधित किया।
कलेक्टर श्री अरविंद दुबे ने कहा कि यहां जिला स्तरीय गीता महोत्सव मनाया जा रहा है। साथ ही बरेली क्षेत्र में स्थित भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े हुए विशेष स्थल जामगढ़ में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भगवद गीता हमें निराशा से दूर होनी की शिक्षा देती है, जीवन में उत्साह भरने की शिक्षा देती है। जीवन में हर परस्थिति में किस प्रकार उससे उबरा जाए, निराशा से आशा की ओर ले जाने वाली शिक्षा देती है। हम गीता के सार को अपने जीवन में उतारते हैं तो निश्चित रूप से एक आदर्श नागरिक बनते हैं। साथ ही अपने कर्मो के द्वारा समाज, देश-प्रदेश और विश्व कल्याण की भावना रखते हैं।
गीता महोत्सव में भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों पर आधारित नाट्य अभिनय की विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुति दी गई। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के भजनों का भी गायन किया गया। इसके पूर्व वेदपाठी आचार्यगणों द्वारा श्रीमद् भगवत गीता के कर्मयोग अध्याय 3 के 11 श्लोकों का सामूहिक पाठ किया गया।
भोपाल में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम तथा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के उद्बोधन का लाइव प्रसारण भी वन परिसर में देखा व सुना गया। गीता महोत्सव में सांची जनपद अध्यक्ष श्रीमती अर्चना पोर्ते, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती अंजू पवन भदौरिया सहित अन्य अधिकारीगण, धर्माचार्य तथा आमजन भी उपस्थित रहे।