जबलपुर। रेलवे में यात्रियों और आम लोगों को पार्सल की सुविधा दी गई, लेकिन इनमें आई कमियों का अध्ययन कने के बाद इन्हें दूर करने नए बदलाव किए। पश्चिम मध्य रेलवे में कंप्यूटराइज्ड डिजिटल तकनीकी को बढ़ावा दिया गया, जिसके बाद इन जोन में कम्प्यूटरीकृत तकनीकी का विस्तार किया गया। जोन के 20 रेलवे स्टेशनों में पार्सलों की बुकिंग कम्प्यूटरीकृत पार्सल प्रबंधन प्रणाली (पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम) से की जा रही है। जोन के तीनों मंडलों पर 20 रेलवे स्टेशनों पर पार्सल प्रबंधन प्रणाली की सुविधा है। इनमें जबलपुर मंडल में जबलपुर, कटनी, कटनी मुड़वारा, कटनी साउथ, सतना, रीवा, दमोह, सागर, नरसिंहपुर एवं गाडरवारा स्टेशनों पर पीएमएस उपलब्ध है।
पार्सल यातायात एवं लगेज को ट्रैक करना काफी आसान
रेलवे का दावा है कि इस प्रणाली से पार्सल यातायात एवं लगेज को ट्रैक करना काफी आसान हो गया है। सामान लोड होते ही बुक करने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर मेसेज आता और गंतव्य पर पहुंचने की भी जानकारी होती है। पार्सल प्रबंधन प्रणाली से रेल कर्मचारियों को भाड़े की ऑटोमेटिक गणना और मानवीय गलतियों में कमी होगी तथा ग्राहकों को परिवहन के दौरान पार्सलों के वर्तमान स्थिति की सटीक जानकारी और साथ ही बुकिंग एवं वजन में कम समय लगेगा।