बांसिया गांव में 1 महीने से ट्रांसफार्मर खराब आदिवासियों के खेत में नहीं हो पा रही सिंचाई कलेक्टर से की शिकायत
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
जहां सरकार आदिवासियों के लिए तमाम तरह की योजनाएं चला रही है वहीं हर राजनीतिक पार्टी मध्यप्रदेश में आदिवासी समाज के लोगों को साधने में जुटी हुई है। हर राजनीतिक पार्टी आदिवासियों की हित की बात करती है। तमाम तरह के दावों के बीच सांची विकासखंड के बांसिया गांव में आदिवासी लोग 1 महीने से बिजली के ट्रांसफार्मर खराब होने से परेशान हैं। जिससे छोटे-छोटे खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है। शुक्रवार को आदिवासी गांव के लोगों ने बताया कि पिछले 1 महीने से ट्रांसफार्मर जला पड़ा है। जिससे खेत में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह इन्हीं खेतों से अपना पालन पोषण कर गुजारा करते हैं। अगर सिंचाई नहीं हो पाई तो वह अपने खेतों में रवि फसल की बोवनी नहीं कर पाएंगे। जिससे साल भर खाने पीने की समस्या आएगी। और वह इस मामले को लेकर मंगलवार को जनसुनवाई में भी आवेदन दे चुके हैं। मगर अभी तक कोई निराकरण नहीं हुआ है। बिजली विभाग द्वारा भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
राजनीतिक पार्टियों द्वारा तमाम तरह के आदिवासियों के लिए दावे करने के बाद भी इनकी सुध लेने यहां कोई नहीं आ रहा है। इस गांव में राजनीतिक दावे खोखले ही नजर आ रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी की कब इन आदिवासी किसानों के लिए नया ट्रांसफार्मर रखा जाता है या फिर इनकी खेती अब बिजली के इंतज़ार में सूखी ही पड़ी रहती है।
इनका कहना है-
बांसिया गांव पर बिजली बिल का 3 लाख रुपए बकाया है। इसी वजह से गांव का ट्रांसफार्मर नही बदला जा रहा है। बकाया राशि जमा करते ही दूसरा ट्रांसफार्मर रख दिया जाएगा।
प्रांजल शर्मा, जेई विद्युत विभाग सलामतपुर