वनगवा गांव में होली पूर्णिमा की पड़वा को लगा विशाल मेला, अनूठे इस आयोजन को देखने जुटी दर्शकों की भीड़
मेघनाथ देव को प्रसन्न करने कुर्मी हलारिया परिवार के लोग निभाते आ रहे अपने पूर्वजों की परंपरा
सी एल गौर रायसेन
जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर तहसील के बनगवा गांव में होली पूर्णिमा के दूसरे दिन पड़वा को वीर बम बोल का मेला का आयोजन धूमधाम से मनाया गया, जहां मेघनाथ देव को प्रसन्न करने विशेष पूजा अर्चना हलरिया कुर्मी परिवार ने करते हुए सुख समृद्धि और शांति के लिए आशीर्वाद लिया एवं मन्नत पूरी होने पर अपने बच्चों का मुंडन संस्कार किया गया ऐसा अनूठा मेले का आयोजन शायद ही कहीं आयोजित होता होगा।
वीर बम बोल मेले का लगभग 75 बरसों से लगातार आयोजन होता आ रहा है। यहां की खास विशेषता यह है कि बंनगवा गांव के हलारिया परिवार के लोग जो कुर्मी समाज से आते हैं के द्वारा यहां मेघनाथ देव की विशेष पूजा अर्चना की गई और सबसे बड़ी बात यह है कि मेघनाथ देव को प्रसन्न करने के लिए लगभग 40 फीट ऊंचे दो खंबे लगाए गए हैं जिन पर ऊपर चढ़ने के लिए खूंटी भी बाकायदा लगाई गई है, जिनके सहारे इस परिवार के तीन लोग इन खंबो के ऊपर बकरे का बच्चा लेकर पहुंचते हैं फिर उसे धारदार सूली पर रखा जाता है जिसे दो लोग पकड़ते हैं और बकरे को ऊपर चारों ओर घुमाया जाता है, इसके बाद उसे नीचे उतार लिया जाता है । बाद में इस बकरे के बच्चे को जिससे लेकर आते हैं वहां छोड़ दिया जाता है।
इसके पश्चात मेघनाथ देव की विशेष पूजा अर्चना हलारिया परिवार के लोग पूजा करते हैं और सुख समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगते हैं। जिनकी मन्नतपूरी हो जाती है वह यहां प्रसाद चढ़ाते हैं। कई माता में बहनों की गोद भर जाती है उसके उपलक्ष में यहां मुंडन संस्कार के कार्यक्रम भी होते है, खंबा के दोनों ओर दो लोग रस्सी बांधकर चारों तरफ घूमते हैं और आसपास में घेरा बनाकर खड़े हुए लोग इन दोनों लोगों को कोड़े से मार लगाते हैं परंतु उन्हें लगती बिल्कुल भी नहीं है यह यहां की विशेषता है कि मेघनाथ देव की शक्ति काम करती है और उससे ही सभी के काम बनते हैं। और तो और यहां बकरे को छेदने के बाद भी खून नहीं निकलता। इस मेले में बड़ी संख्या में लोग मेले का आनंद लेने के लिए पहुंचे। बच्चों के मनोरंजन के लिए दुकाने लगाई गई थी, इस आयोजन को देखने के लिए गांव के आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे। यहां आयोजकों द्वारा वीर बम बोल के जयकारे लगाए गए।
वीर बम बोल मेले के आयोजन के मामले में यहां के बुजुर्ग भाव सिंह कुर्मी, ज्ञान सिंह, मुन्नूलाल गौर, अमर सिंह , नंदकिशोर गौर, मुन्नालाल, जनपद सदस्य नितेश पटेल आदि लोगों ने बताया कि यह वीर बम बोल का मेला लगभग 70 वर्षों से यहां आयोजित होता आ रहा है ।