कामगार कर्मचारी कांग्रेस ने की निंदा, आंदोलन को कुचलने को बताया शिवराज की बौखलाहट
तारकेश्वर शर्मा
छिंदवाड़ा।सुबह शाम चैनलों पर झूठ परोसने वाली भाजपा की शिवराज सरकार पूरी तरह निरंकुश हो गई है, वह कामगारों के बोलने के लोकतांत्रिक अधिकार का गला घोंट रही है, भोपाल में धरना प्रदर्शन करने वालों को पुलिस की ताकत से रोका जा रहा है, उन्हें गिरफ्तार कर थानों में ठूंस दिया जाता, एक महीने में तीसरी बार ऐसा हुआ है जब कामगारों, कर्मचारियों पर भोपाल में बर्बरता की गई है, आज 3 अप्रैल को पैंशन बहाली की मांग करने भोपाल पहुंचे छिंदवाड़ा सहित प्रदेश के
हजारों अध्यापकों कर्मचारियों को प्रदर्शन की अनुमति देकर गिरफ्तार कर लिया गया, भोपाल पहुंचने के रास्तों में रोका गया, यह शिवराज सरकार की बौखलाहट है, यह ऐसी सरकार है जो अपने ही नागरिकों से डर रही है। कामगार कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने सरकार की बर्बरता की निंदा करते हुए इसे अघोषित इमर्जेंसी लागू करने जैसा कदम बताया बताया है।।
कामगार कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि पहले तो सरकार एवं पुलिस ने धरने की अनुमति के लिए परेशान किया, 2 अप्रैल तक अनुमति नहीं दी, जब पैंशन आंदोलन के नेता माननीय कमलनाथजी के पास पहुंते , उन्होंने प्रशासन को
फटकार लगाई तब अंबेडकर पार्क की अनुमति दी गई और अब अनुमति देकर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है जो सरकार की तानाशाही एवं जनता के बोलने, बात करने के अधिकार को छीन लेना चाहती है। शर्मा ने कहा कि भोपाल शिवराज की रियासत नहीं यह प्रदेश की जनता का शहर है, हम भोपाल को आजाद कराने का आंदोलन शुरू करेंगे और बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन किया जाएगा।