– फसलों से बचाव को लेकर कृषि वैज्ञानिक दे रहे हैं किसानों को आवश्यक सुझाव
– कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आगे आए
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी जिले में इस समय पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच बार-बार मौसम में बदलाव हो रहा है। इसको लेकर के कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को अपनी फसलों को लेकर आवश्यक सलाह दी है। इस दौरान शिवपुरी जिले में पिछले तीन-चार दिनों से मौसम की दशा को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक स्थानीय कृषकों, पशुपालकों और ग्रामीणों को तकनीकी परामर्श दे रहे हैं जिससे किसानों को फसलों के नुकसान से बचाया जा सके।
शिवपुरी में देखने में आ रहा है कि पिछले सात दिन से कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। इसके अलावा बारिश भी हुई है। धुंध और कोहरे की कारण यहां पर मौसमी दशाओं का परिवर्तन देखने को मिल रहा है। इस बीच किसानों को कृषि वैज्ञानिक आवश्यक कृषि सलाह दे रहे हैं जिससे किसानों को फसलों के नुकसान से बचाया जा सके।
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एमके भार्गव ने बताया कि इस समय बार-बार मौसम परिवर्तन हो रहा है। ठंड का दौर जारी है। इसके अलावा कोहरा और धुंध छाई हुई है इससे फसलों का किस तरह से बचाव किया जाए इसके बारे में पूरी जानकारी किसानों को दी जा रही है
उन्होंने बताया कि फसलों को शीत लहर से बचाने के लिए हल्की सिंचाई करें या खेत में नमीं बनाये रखें। रात के समय खेत के उत्तर-पश्चिम दिशा में सावधानीपूर्वक कचरा-कूड़ा इस प्रकार जलायें कि धुआं होता रहे एवं वहां के सूक्ष्म जलवाय में सुधार हो सके। मौसम साफ होने पर हवाएं नहीं चलने की स्थिति में तापमान गिरने की अधिक संभावना रहती है ऐसी दशा में पाला गिरता है। इस स्थिति में फसलों को पाले से बचाव के लिए घुलनशील गंधक 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी के मान से घोल बनाकर फसलों पर छिड़काव करें।
स्थानीय बद्री धाकड़ का कहना है कि वह वर्तमान मौसम और परिस्थितियों को देखते हुए आवश्यक कदम उठा रहे हैं। कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक जो सलाह दे रहे हैं उसकी मान रहे हैं।