गांव से कालेज जाने वाले छात्र छात्राओं के लिए बस फ्री करने, गांव में सड़के बनाने पिंड भरकर भोपाल जा रहा युवक
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर रविवार दोपहर 1 बजे दो व्यक्ति भोपाल तरफ जाते हुए दिखे एक पिंड भर रहा था तो दूसरा तिरंगा हाथ में लिए हुए चल रहा था व्यक्ति को पिंड भरते हुए भोपाल तरफ जाते हुए देखकर फैक्ट्री चौराहा दीवानगंज पर कई लोगों की भीड़ लग गई जब लोगों ने पिंड भरते हुए व्यक्ति से पूछा कि तुम कौन हो और कहां जा रहे हो तो पिंड भरने वाले व्यक्ति राजेंद्र सिंह कहने लगा की मैं शमशाबाद के ग्राम वर्धा का रहने वाला हूं मेरा नाम राजेंद्र सिंह राजपूत हैं। मेरे मन में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई से संबंधित कई समस्या है उन समस्याओं का हल करने के लिए मैं पिंड भरते हुए भोपाल जा रहा हूं। वहां पर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रदेश अध्यक्षों से मुलाकात कर गांव से कालेज जाने वाले छात्र छात्राओं के लिए बस फ्री करने, गांव में सड़के बनाने जैसे मुद्दों को राजनितिक दलों के प्रतिनिधियों के सामने रखूंगा।
मैं 19 अक्टूबर को घर से पिंड भरते हुए भोपाल के लिए निकला हुआ हुं 1 नंवबर को भोपाल पहचूंगा। वहां पर सभी राजनीतिक अध्यक्षों के सामने मैं अपनी बात रखेगा और कहूंगा कि गांव के विद्यार्थी 12वीं के बाद कॉलेज तक जाने में कतराते हैं। क्योंकि उन्हें कॉलेज तक जान में दो बसों को बदलना पड़ता है। कॉलेज तक पहुंचने में 140 रुपए खर्च हो जाते हैं ऐसे में बच्चे कॉलेज पढ़ने की वजह मेहनत मजदूरी करने लगते हैं और उनका भविष्य अधर में लटक कर रह जाता है गांव के पास ही कॉलेज की सुविधा मिल जाए तो गांव के विद्यार्थी अन्य जगह जाने से बचेंगे और उनका भविष्य भी उज्जवल होगा।
अगर राजनीतिक दल गांव के पास कॉलेज नहीं खुलवा पाते हैं तो उनको 12वीं पास विद्यार्थियों को लिए बस सेवा फ्री कर देना चाहिए जिससे बच्चे कॉलेज तक पहुंच सके। साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं के लिए शौचालय की सुविधा भी राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराना चाहिए राजनीतिक दलो के प्रदेश अध्यक्षों से मुलाकात कर राजनीतिक दलों के चुनावी घोषणा पत्र में इन मुद्दों को भी शामिल करने की मांग लेकर में भोपाल के पिंड भरते हुए निकला हूं सभी राजनीतिक प्रदेश अध्यक्षों से इन मुद्दों को अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने का आग्रह करूंगा।