जबलपुर। मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने विभिन्न पाठ्यक्रमों की सम्बद्धता के लिए आवेदन में देरी किए जाने के रवैये को आड़े हाथों लिया। इसी के साथ संबंधित महाविद्यालयों के आवेदन 25 प्रतिशत विलंब शुल्क सहित स्वीकार करने की व्यवस्था दे दी। पिछले दिनों कार्यपरिषद की बैठक में यह मामला उठा था, जिसके बाद नया निर्णय लिया गया।
परीक्षा परिणाम घोषित होने के छह माह तक उत्तर पुस्तिकाओं को सुरक्षित रखने का प्रविधान
जिन महाविद्यालयों के आवेदन विलंब शुल्क के साथ स्वीकार किए गए हैं, उनमें रीवा का श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय, रतलाम का शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, इंदौर का अल फारूख यूनानी तिब्बिया कालेज और ग्वालियर का वसुंधरा राजे होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय शामिल हैं। कार्यपरिषद् की बैठक में उक्त प्रकरण में तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दिसंबर 2018 तक की उत्तरपुस्तिकाएं टेंडर प्रक्रिया का पालन करते हुए कतरन कर विक्रय करने का निर्णय लिया गया है। अध्यादेश के अनुसार परीक्षा परिणाम घोषित होने के छह माह तक उत्तर पुस्तिकाओं को सुरक्षित रखने का प्रविधान है।
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