– कांग्रेस द्वारा बुलाई गई पत्रकार वार्ता में महिला पार्षद ने विधानसभा प्रभारी पर लगाए अपमान के आरोप
– कांग्रेस नेताओं के बीच हुए विवाद के दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह भी रहे मौजूद
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी जिले में कांग्रेस की आपसी गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। इस गुटबाजी के बीच मंगलवार को कांग्रेस द्वारा महिला सम्मान फार्म भरने को लेकर बुलाई पत्रकार वार्ता के दौरान विधानसभा प्रभारी रश्मि पवार और महिला कांग्रेस पार्षद मोनिका सीटू सरैया के बीच विवाद हो गया। इन दोनों महिला नेताओं के बीच कहासुनी हुई। इसी बीच कांग्रेस पार्षद मोनिका सरैया के पति सीटू सरैया भी बीच में आ गए और उन्होंने विधानसभा प्रभारी रश्मि पवार को जमकर खरी-खोटी सुना डाली। महिला पार्षद मोनिका सरैया और सीटू सरैया का आरोप था कि उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया जा रहा है। महिला कांग्रेस पार्षद मोनिका सरैया ने आरोप लगाया कि उन्हें मंच पर पहले बिठाया गया बाद में उठा दिया गया। उन्होंने सीधे तौर पर रश्मि पवार पर अपमान के आरोप लगाए। कांग्रेस नेताओं के बीच जब यह झगड़ा हो रहा था उस वक्त पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अशोक सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने भी इन नेताओं के बीच हो रहे हंगामे को लेकर समझाने का प्रयास किया।
मंच से कुर्सी खाली करने की बात से हुआ विवाद–
मंगलवार को नारी सम्मान के लिए की जाने वाली घोषणाओं के लिए कांग्रेस कार्यालय पर प्रेसवार्ता रखी गई थी। इस दौरान पहले मंच के सामने वार्ड क्रमांक 6 महिला कांग्रेसी पार्षद मोनिका सीटू सरैया बैठी हुई थी। लेकिन एक दूसरे पुरुष कांग्रेसी नेता को मंच पर बैठाने के लिए विधानसभा प्रभारी रश्मि पवार ने महिला कांग्रेसी पार्षद मोनिका सीटू सरैया को मंच से कुर्सी खाली करने की बात कह दी। इस बाद पर विवाद बढ़ गया। बाद में पत्रकारवार्ता में कांग्रेसी पार्षद मोनिका सरैया व उनके पति ने हंगामा किया और वहां पर नारी के अपमान के आरोप विधानसभा प्रभारी रश्मि पवार पर लगाए।
हंगामे को कांग्रेस के बड़े नेताओं ने शांत कराया-
पत्रकारवार्ता के दौरान जब यह हंगामा हुआ तो उस समय इस हंगामे को कांग्रेस के बड़े नेताओं ने शांत कराया। महिला पार्षद और उनके पति ने विधानसभा प्रभारी से कहा कि हम आम कांग्रेस कार्यकर्ता हैं इन कार्यकर्ताओं से ही पार्टी चलती है। बहसबाजी के बीच प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने भी इन्हें समझाया। काफी देर तक चले इस हंगामे को कांग्रेस के बड़े नेताओं ने शांत कराया। इसके बाद महिला पार्षद अपने पति के साथ पत्रकारवार्ता को छोड़कर चली गईं।
कांग्रेस में गुटबाजी हावी-
शिवपुरी की कांग्रेस में इस समय गुटबाजी हावी है। सिंधिया के पार्टी छोड़े जाने के बाद भी यहां पर गुटबंदी खत्म नहीं हो रही है। पिछले दिनों भी जिला कांग्रेस कार्यकारिणी की घोषणा को लेकर विवाद हुआ था। कार्यकारिणी की घोषणा के बाद इसे होल्ड कर दिया गया था। बाद में शहर व ग्रामीण की कार्यकारिणी अलग-अलग घोषित की गई थी। कुल मिलाकर यहां पर नेताओं में एकजुटता नहीं है।