इंदौर। इंदौर रेलवे स्टेशन के नवनिर्माण का प्रस्ताव तैयार हो चुका है। पश्चिम रेलवे मई माह के पहले सप्ताह में नवनिर्माण के बजट स्वीकृति का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजेगा। इसके बाद निविदाएं बुलाई जाएंगी। सबसे पहले वे काम होंगे, जिनसे यात्रियों और ट्रेनों के आवागमन में अवरोध न हो। इसके बाद इमारत तोड़ने का काम शुरू होगा। अंत में शास्त्री ब्रिज को समय-सीमा तय कर तोड़ा जाएगा, ताकि जल्द से काम पूरा किया जा सके।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र और पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रजनीश कुमार शनिवार को निरीक्षण करने इंदौर पहुंचे। उनके आने से पहले ही रेलवे स्टेशन चकाचक हो चुका था। उन्होंने सांसद शंकर लालवानी से मुलाकात की और विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। दोनों अधिकारियों ने स्पेशल ट्रेन से नागदा, उज्जैन, देवास स्टेशनों का निरीक्षण किया।
एक हजार करोड़ से होगा नवनिर्माण
महाप्रबंधक मिश्र ने कहा कि 1000 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले नवनिर्माण कार्य का शिलान्यास समारोह जल्द ही आयोजित किया जाएगा। परियोजना के पहले मौजूदा प्लेटफार्म और बिल्डिंग तैयार की जाएगी। ये सभी कार्य तीन वर्ष में पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुंबई और दिल्ली की ट्रेनों के रखरखाव के लिए कोचिंग टर्मिनल बनाए जाएंगे। मुंबई लाइन के लिए लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर कोचिंग टर्मिनल और पिट लाइन तैयार की जाएगी। वहीं दिल्ली लाइन के लिए डा. आंबेडकर नगर (महू) में कोचिंग टर्मिनल और पिट लाइन तैयार करेंगे। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि महू से सनावद तक ग्रेडिंग फाइनल हो चुकी है। अब जल्द ही सर्वे पूरा हो जाएगा।
लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन का सर्वे होगा शुरू
लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन का विकास अमृत भारत योजना में किया जाएगा। इंदौर-उज्जैन रेल लाइन का दोहरीकरण का काम लक्ष्मीबाई स्टेशन तक होना है। यहां पार्किंग को हटाकर ट्रैक बिछाया जाएगा। बाणगंगा की तरफ भी डेवलप करने के लिए जल्द ही सर्वे शुरू होगा। सांसद शंकर लालवानी ने शुक्रवार को रेलवे के जीएम और डीआरएम से इस मामले में चर्चा की। रेलवे यार्ड को स्थानांतरित किया जा सकता है।
अगले साल बनेगी सुरंग
महाप्रबंधक मिश्र ने कहा कि इंदौर से धार को रेल लाइन से जोड़ने के लिए कार्य प्रारंभ हो चुका है। टीही में तीन किमी लंबी सुरंग मई 2024 में पूरी होने की उम्मीद है। सुरंग का पानी निकाला जा चुका है और एक माह में काम शुरू हो जाएगा। धार से पीथमपुर के बीच काम किया जा रहा है। पीथमपुर में भी रेलवे स्टेशन का काम हो रहा है। डीआरएम रजनीश कुमार ने बताया कि पातालपानी और कालाकुंड के बीच इस वर्षाकाल में हेरिटेज ट्रेन चलाई जाएगी। डीजल इंजन के साथ कुछ कोच इस दौरान चलाए जाएंगे।
वंदे भारत ट्रेन की तैयारी पूरी
महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र ने कहा कि पश्चिम रेल मंडल में वंदे भारत ट्रेन के परिचालन से संबंधित कोई सूचना हमें फिलहाल नहीं मिली है, लेकिन आदेश प्राप्त होने के एक सप्ताह के अंदर इसका संचालन शुरू कर देंगे। इसके लिए हमारे पास पूरी तैयारी है। वंदे भारत ट्रेन पूरे भारत में चलाई जानी है और सभी को बारी-बारी से ट्रेनें मिलेंगी।
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