जगदलपुर।किसी परिवार का खोया हुआ बच्चा लंबे इंतजार के बाद वापस मिल जाये, तो उस परिवार की खुशियों का एहसास तो बस वो परिवार ही कर सकता है। ऐसा ही कुछ हुआ बस्तर में, जहां एक युवक 6 साल पहले कहीं लापता हो गया था। वहीं अब बस्तर पुलिस ने छह साल पहले लापता हुए एक युवक को खोजकर उसके परिवार वालों के सुपुर्द कर उसके स्वजनों को खुशियों की सौगात दी है।
दरअसल, श्रीलाल वर्मा निवासी वर्गीस कालोनी जगदलपुर, अपने 14 वर्षीय भतीजे अंकित कुशवाहा को मध्यप्रदेश से अपने घर लाकर पढ़ाई करवा रहा था। पांच जुलाई 2017 को सपरिवार उज्जैन महाकाल दर्शन के लिए गए थे। उस दौरान अंकित कुशवाहा घर पर अकेला था। जब मंदिर दर्शन कर वापस लौटे तो अंकित कुशवाहा घर पर नहीं था। काफी खोजबीन करने उपरांत नहीं मिलने पर तीन अगस्त 2017 को थाना बोधघाट में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस गुमशुदगी कायम कर बालक की पतासाजी में जुटी थी। विवेचना के दौरान गुम इंसान अंकित कुशवाहा के मोबाइल नंबर, बैंक स्टेटमेंट के आधार पर पतासाजी करने का प्रयास किया जा रहा था।
गुजरात में कर रहा था कैटरिंग का काम
पुलिस द्वारा अंकित के आधार कार्ड से लिंक बैंक खातों की जानकारी लिए जाने पर कोटक महिन्द्रा बैंक में खाता खुलने की जानकारी प्राप्त हुई। कोटक महिन्द्रा बैंक से जानकारी प्राप्त कर एवं आधार कार्ड अपडेट होने की सूचना मिलने पर अंकित के वर्तमान मोबाइल नंबर की जानकारी प्राप्त कर साइबर सेल से तकनीकी सहायता ली गई। अंकित कुशवाहा के एक्जेक्ट लोकेशन की जानकारी होने पर पता चला कि अंकित बादशाह नाम के व्यक्ति के पास कैटरिंग का काम करता है। पांडेसरा पुलिस (गुजरात) की सहायता प्राप्त कर सूरत गुजरात से लेकर बोधघाट लाकर पूछताछ कर प्रकरण के श्रीलाल वर्मा को उनके पुत्र अंकित कुशवाहा को सुपुर्द किया गया।
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