भोपाल । चुनावी वर्ष में मध्य प्रदेश सरकार राज्य के बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाएगी। इसकी शुरुआत मथुरा व प्रयागराज से की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी सहमति दे दी है। यात्रियों का पहला जत्था 31 मार्च से पहले भेजा जाएगा और इसमें करीब 300 तीर्थ यात्री रहेंगे। हवाई जहाज से यात्रा करने वाले बुजुर्गों को साथ में सहयोगी को ले जाने की अनुमति नहीं रहेगी। इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने हाल ही में मथुरा और प्रयागराज को तीर्थदर्शन योजना में शामिल कर लिया है। बता दें कि मुख्यमंत्री ने 29 दिसंबर, 2022 को बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाने की घोषणा की थी। भाजपा सरकार ने तीर्थदर्शन यात्रा योजना वर्ष 2012 में शुरू की थी। इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से अधिक उम्र) को देश के 40 तीर्थ स्थलों पर ले जाकर दर्शन करवाए जाते हैं। इसके तहत सरकार ने पिछले 10 साल में 762 ट्रेनें चलवाईं और सात लाख 62 हजार 144 बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन करवाए हैं। वरिष्ठजन को ट्रेन से यात्रा करवाने में आने वाली परेशानी को देखते हुए हवाई जहाज से यात्रा का निर्णय लिया गया है। इसके लिए सरकार ने यात्रा कराने वाली कंपनी आइआरसीटीसी, अशोका टूर एंड ट्रेवल और वाल्मर लारी से अनुबंध की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उम्मीद की जा रही है कि फरवरी में अनुबंध की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और तीर्थ यात्रियों का पहला जत्था मार्च में यात्रा पर चला भी जाएगा। ट्रेन से सस्ती हवाई यात्रा ट्रेन के मुकाबले हवाई यात्रा करवाना सरकार को सस्ता पड़ेगा। वर्तमान में एक यात्री को ले-जाने और वापस छोड़ने पर सरकार 20 हजार रुपये खर्च कर रही है। जबकि हवाई जहाज से यात्रा करवाने पर 14 हजार रुपये ही खर्च होंगे। यात्रियों को दी जाती हैं ये सुविधाएं वर्तमान में तीर्थ दर्शन के दौरान यात्रियों को नाश्ता, भोजन, सड़क परिवहन, विश्राम की सुविधा दी जाती है, जो हवाई यात्रा में भी रहेंगी। उनके साथ एक डाक्टर भी रहेगा। उन्हें स्मृति के रूप में तुलसी की माला, स्मृति चिह्न सहित अन्य उपहार भी दिए जाएंगे।
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