जबलपुर । भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर प्रताड़ना के आरोप पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि मैं इस विषय में कुछ बोलना नही चाहूंगा पर मेरा व्यक्तिगत मानना है कि राजनीतिक ज्यादा है बाकी कम है। उन्होंने इस मामले में कुछ भी ज्यादा बोलने से इंकार कर दिया। बता दें कि केंद्रीय सड़क एंव उड्डयन मंत्री शुक्रवार को जबलपुर दौरे पर हैं। वे यहां सांसद खेल महोत्सव में भी शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने सुबह होटल नर्मदा जैक्सन में सड़क एवं परिवहन विभाग व उड्डयन विभाग के अधिकारियों की भी बैठक ली। उन्होंने बताया कि विभाग के जो काम चल रहें है उन कामों की समीक्षा की जा रहीं है। जबलपुर-मंडला की वह सड़क जिस पर कि नितिन गड़करी ने माफी मांगी थी उस सड़क की वर्तमान हालत पर केंद्रीय मंत्री का कहना है कि मैं अभी उस रोड पर गया नहीं हूं इसलिए कुछ बोल नहीं सकता हूं। सड़क परिवहन एवं उड्डयन राज्यमंत्री वीके सिंह ने जबलपुर में एक घंटे तक अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में सुझाव के साथ ही नए कामों में और क्या किया जा सकता है, इस पर भी चर्चा हुई। जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की स्टेटस रिपोर्ट भी केंद्रीय मंत्री ने देखकर अधिकारियों से शीघ्र कार्य करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सड़क निर्माण से जुड़े कार्य के लिए भी अफसरों से कार्य में तेजी लाने को कहा। वीके सिंह ने कहा कोई समस्या आए तो सीधे दिल्ली में। मुझे संपर्क करें। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि सांसद राकेश सिंह के आग्रह पर वो आए। आज जबलपुर का हवाई संपर्क देश के सभी प्रमुख शहरों से हो गया है। इसलिए जबलपुर आने के लिए सोचना नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि खेल की भावना को सबके अंदर जलाया जाए ताकि बच्चों को मौका मिले कि वह अपने पढ़ाई लिखाई से अलग खेल के अंदर भी थोड़े रुचि लें ताकि उनकी प्रतिभा सामने आए ताकि आने वाले दिनों में इनमें से कोई न कोई भारत को प्रतिनिधित्व करेगा। राकेश सिंह को बधाई देता हूं जिन्होंने प्रतिभा को निखारने का काम किया। वीके सिंह ने कहा कि एक समय था जब कहा जाता था खेल से अच्छा नागरिक बनता है। बाद में बच्चे ज्यादा किताबों के अंदर डूब गए खेल के प्रति उनका लगाव कम हो गया है। आज की तारीख में अच्छा खिलाड़ी एक अच्छे इंजीनियर से भी ज्यादा कमा लेता है और अगर बहुत ही अच्छा है तो पूरे विश्व में उसका नाम होता है । उन्होंने कहा खेलों के अंदर बहुत आपके लिए अवसर है। मुझे आशा है कि जबलपुर के इतिहास को कायम रखते हुए हम सब ऐसी कोशिश करेंगे कि जबलपुर का नाम और कई क्षेत्रों के अंदर आए और कई क्षेत्रों के अंदर जबलपुर पहचाना जाए और यहां के नागरिक हो ।
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