मुकेश जैन ढाना
सागर । भाग्योदय तीर्थ अस्पताल में इन दिनों कठिन ऑपरेशन भी सफलतापूर्वक होने लगे हैं डॉक्टरों की टीम ने ऐसा ही एक 54 वर्ष का रोगी भाग्योदय तीर्थ चिकित्सालय की न्यूरो. ओपीडी में आया था। रोगी ने यहॉ डॉ. दीपांशु दुबे के समक्ष उसे ऑखों में कम रोशनी होने की तथा लगातार सिरदर्द बने रहने की शिकायत को बताते हुए अपने रोग का पूर्ण विवरण दिया। डॉ. दुबे ने उसे अविलम्ब एमआरआई जॉच कराने का परामर्श दिया। एमआरआई रिपोर्ट से ज्ञात हुआ कि रोगी ब्रेन ट्यूमर (पिट्यूटरी मेक्रोएडीनोमा) विकृति से ग्रसित है। एमआरआई रिपोर्ट से भाग्योदय तीर्थ चिकित्सालय के न्यूरो. सर्जन डॉ. प्रशील गुप्ता एवं नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश पटेल को भी अवगत कराया गया। सभी डॉक्टर्स ने मिलकर मरीज तथा उसके परिजनों को विकृति की जटिलता को बताते हुए शल्यक्रिया कर दिमाग का ट्यूमर निकालने की बात कही। मरीज तथा उसके परिजनों की सहमति से मरीज को ऑपरेशन थिय्रेटर ले जाया गया। यहॉ डॉ. प्रशील गुप्ता, डॉ. दिनेश पटेल, डॉ. दीपांशु दुबे एवं डॉ. मोहम्मद इलयास द्वारा मरीज को चीरा लगाये बगैर, दूरबीन पद्धति से नाक से होते हुए दिमाग को शल्यक्रिया द्वारा खोला गया तथा 3.5cm दिमाग का बडा ट्यूमर नाक के माध्यम से निकाला गया एवं दिमाग के पानी को नाक से बंद किया गया। ऑपरेशन के पश्चात रोगी को आईसीयू में रखा गया जहॉ न्यूरो. फिजिशियन डॉ. दीपांशु दुबे द्वारा मरीज के स्वास्थ्य की निरन्तर देखभाल की गयी। इस सफल ऑपरेशन के पश्चात रोगी का सिरदर्द होना बंद हो गया है तथा ऑखों की रोशनी भी आने लगी है।
सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड का यह प्रथम ऑपरेशन है। भाग्योदय तीर्थ चिकित्सालय में रोगी को इस ऑपरेशन कराने में लगभग 60 हजार रूपये का खर्च आया है जबकि यही ऑपरेशन अन्य किसी हॉयर सेन्टर हॉस्पिटल में होता तो इसका व्यय लगभग 4 या 5 लाख रूपये होता।
इस सफल ऑपरेशन हेतु भाग्योदय तीर्थ प्रबंधन ने डॉ. प्रशील गुप्ता, डॉ. दिनेश पटेल, डॉ. दीपांशु दुबे एवं डॉ. मोहम्मद इलयास सहित समस्त सहयोगी ओ.टी. स्टाफ के लिए शुभकामनाएं एवं बधाई ज्ञापित की है।