दमोह से धीरज जॉनसन
ग्लोबल वार्मिग और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने,ऊर्जा की बचत सहित अन्य जानकारियों को प्रदान करते हुए स्थानीय पी जी कॉलेज में प्राचार्य डॉ के पी अहिरवार के निर्देशन में आयोजित हुई कार्यशाला में प्राध्यापक,सहायक प्राध्यापक,अतिथि विद्वान और कर्मचारी शामिल हुए।
गौरतलब है कि विश्व स्तर पर वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री तक सीमित करने के लिए सामूहिक प्रयास व निर्णय लिए गए है। प्रधानमंत्री द्वारा ऊर्जा बचत के लिए पंचामृत प्रस्तुत किया गया,ऊर्जा साक्षरता अभियान के अंतर्गत नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के आधिपत्य में मोबाइल एप लॉन्च हुआ,ऊर्जा के व्यय-अपव्यय को समझाया और वैकल्पिक साधनों की जानकारी दी गई।
कॉलेज के सभागार में भी पर्यावरण जोखिम को कम करने के अभियान से जुड़ते हुए स्टाफ के सदस्यों द्वारा मोबाइल एप पर बहुविकल्पीय प्रश्नों की परीक्षा में भाग लिया और ऑनलाइन प्रमाणपत्र प्राप्त किए
कार्यक्रम का संचालन कर रहे भौतिक विभाग के सहायक प्राध्यापक बीडी रैकवार द्वारा सभी को ऊर्जा बचत के लिए सुझाव प्रदान किए और प्रशिक्षण के दौरान इस अभियान से आम नागरिकों को जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
“मध्यप्रदेश शासन के आदेशानुसार ऊर्जा साक्षरता अभियान के अंतर्गत प्रयास किए जा रहे है कि यह जानकारी सभी तक पहुंचे और नागरिकों को ऊर्जा साक्षर बनाया जाए जिससे हम जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपट सकें”
डॉ केपी अहिरवार प्राचार्य,पी जी कॉलेज, दमोह
“यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में चल रहा है जो जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और प्रदूषण को रोकने में सहायक होगा,ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर ऊर्जा बचत के लिए साक्षर किया जा रहा है”
–वी एस ठाकुर सब इंजीनियर म.प्र. ऊर्जा विकास निगम, सागर
“जलवायु परिवर्तन आज के समय में ज्वलंत मुद्दा है इस अभियान के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया और ऊर्जा की बचत की आधारभूत समझ विकसित करने मोबाइल एप के माध्यम से प्रश्नोत्तर हल किए और सर्टिफिकेट प्राप्त किए गए”
–बी डी रैकवार सहायक प्राध्यापक
भौतिक विभाग,पी जी कॉलेज, दमोह
न्यूज स्रोत:धीरज जॉनसन