हर सफल इंसान की जिंदगी में एक संघर्ष की कहानी जरूर होती है – मनीष श्रीवास्तव रंगकर्मी, अभिनेता, व्यवसायी
(सुनील सोन्हिया द्वारा लिया गया विशेष साक्षात्कार)
जीवन एक संघर्ष है प्रकृति के साथ ,स्वयं के साथ, परिस्थितियों के साथ आए दिन हमें तरह तरह के संघर्षों का सामना करना पड़ता है इन से जूझना होता है जो इन संघर्षों का सामना करने से कतराते हैं वे जीवन से भी हार जाते हैं यदि आप संघर्ष कर रहे हैं तो समझ लीजिए आप से सफलता दूर नहीं है हर सफल इंसान की जिंदगी में एक संघर्ष की कहानी जरूर होती है जब हम संघर्ष करते हैं तो बस एक काम करना चाहिए अपना कर्म पूर्ण निष्ठा के साथ करते रहे तो निश्चित रूप से आप अपने जीवन में खुशियां ले आएंगे यह कहना है सुप्रसिद्ध रंगकर्मी, फिल्म कलाकार प्रसिद्ध व्यवसायी एवम नेशनल सिने वर्कर्स यूनियन मध्य प्रदेश के प्रांतीय महासचिव मनीष श्रीवास्तव का
वैसे तो मनीष रीवा के रहने वाले हैं अपनी शिक्षा दीक्षा उन्होंने रीवा से ही की है डबल एम ए . पीजीडीसीए, एमबीए सीएनई जैसे डिग्रियों से सुशोभित मनीष सुप्रसिद्ध नाट्य संस्था इप्टा से भी जुड़े हुए हैं अपने अभिनय की शुरुआत 1992 मे बबलू फंस गया चक्कर में नाटक से शुरुआत की इसके पश्चात सदाचार का ताबीज, जसमा ओदन, कोर्ट मार्शल ,अंधा कुआं जैसे नामी नाटकों में अभिनय किया ,और उसके बाद 2008 से फिल्मों में सक्रिय हो गए प्रकाश झा प्रोडक्शन की फिल्म आरक्षण में प्रोफेसर का रोल किया ,सत्याग्रह में इंस्पेक्टर का रोल किया वहीं हाल ही में आने वाली आयुष्मान खुराना की फिल्म डाक्टर जी में भी अभिनय कर रहे हैं क्राइम पेट्रोल के कुछ एपिसोड में भी उन्होंने अभिनय किया है कुछ शॉर्ट मूवी में भी अपने अभिनय के जलवे दिखाएं हैं परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं बड़ी बेटी सिंगर है साथ ही साथ अभिनय भी करती है अपने संघर्ष को बयां करते हुए मनीष ने बताया रीवा से थोड़ा सामान लेकर भोपाल पहुंचे थे संघर्ष करते-करते 2015 में उन्होंने अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू किया जो आज भोपाल में के एल म्यूजिकल हब म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट के थोक विक्रेता के नाम से जाना जाता है संघर्ष करते करते मेहनत से अपना घर और ऑफिस बना लिया है व्यवसाय के साथ-साथ अभिनय को भी नए आयाम दे रहे हैं ।
कुछ महीने पूर्व नेशनल सिने वर्कर्स यूनियन मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष आरके दादोरिया ने उन्हें संगठन का प्रांतीय महासचिव नियुक्त किया मनीष का कहना है कि उनका सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि वे अध्यक्ष दादोरिया जी के साथ मिलकर संगठन को राष्ट्रीय स्तर ही नहीं वरन अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाना चाहते हैं ग्रुप की शान मीनू जी, परवेज भाई, अनुराधा जी, मायरा जी ,आरती शर्मा, सुनील सोन्हिया आदि सभी का स्नेह पाकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते रहते हैं मनीष का कहना है कि मध्य प्रदेश के कलाकारों के हित के लिए तन मन धन से प्रयास करता रहूंगा भगवान से केवल एक ही प्रार्थना है जीवन में मेरे अंदर से इंसानियत कभी भी खत्म ना हो