–एक एएनएम ससपेंड, सात का वेतन काटा
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता
स्वास्थ्य विभाग में लापरहवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध आज कार्यवाही को अंजाम दिया गया। जिसमें एक एएनएम को संसपेड कर दिया गया वहीं 02 सीएचओ सहित 7 कर्मचारियों का वेतन कटा गया और दो एएनएम की एक माह का वेतन रोकने की कार्यवाही को अंजाम दिया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग में पिछले कई माह से सेक्टर से लेकर विकास खण्ड स्तर तक समीक्षा बैठकों के माध्यम से कार्य व्यवाहर में सुधार करने के निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ कर्मचारियों द्वारा शासकीय कार्य व निर्देशों को गंभीरता से नही लिया जा रहा है। ऐसे लापरवाह कर्मचारियों को चिन्हाकित कर अब कार्यवाही को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। जिसके क्रम में दूसरी बार बडी कार्यवाही को अंजाम दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने बताया कि 12 मई 2022 को जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ संजय ़़ऋषीश्वर द्वारा सतनवाडा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की समीक्षा बैठक ली गई इस बैठक में मातृ मृत्यु , शिशु मृत्यु, एनसीडी, अनमोल एप एंट्री, आईएचआईपी पोर्टल एंट्री आदि कार्यों में उप स्वास्थ्य केन्द्र डोेगर सतनवाडा की उपलब्धि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप न होने तथा सीमक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने पर वहां पदस्थ एएनएम श्रीमती रामस्वरूपी बाथम को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बदरवास रहेगा। इसी प्रकार उप स्वास्थ्य केन्द्र कुबरपुर में पदस्थ एएनएम श्रीमती रजनी जाटव का 07 दिन का वेतन काटने के आदेश जारी किए गए। समीक्षा बैठक से अनुपस्थित रहने पर श्रीमती शीला जाटव एएनएम उप स्वास्थ्य केन्द्र मझेरा तथा श्रीमती कविता नागर सीएचओ खोरघार का 7 दिन का वेतन काटा गया। आयुष्मान कार्ड लक्ष्य के अनुरूप न बनाने पर सीएचओ मनीष शिवहरे का 07 दिन मानदेय काटा गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने बताया कि स्थानांतरण के उपरांत शासन द्वारा प्रदाय सीयूजी सिम जमा न करने पर श्रीमती सोनल राजपूत एएनएम ठर्रा तथा श्रीमती उत्तरा राय एएनएम हाल जि.चि. शिवपुरी उप स्वास्थ्य केन्द्र ठर्रा का 07 दिन का वेतन काटने की कार्यवाही की गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने बताया कि कार्य में लापरवाही करने वाले, शासन एवं बरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन न करने वाले कर्मचारियों को बख्शा नही जाएगा