रिटायर आर्मी ऑफिसर के साथ 5.50 लाख का फ्रॉड होने से बचा, आईपीओ में ज्यादा रिटर्न दिलाने के नाम पर फंसाया
– साइबर पुलिस की सक्रियता से 5.50 लाख का फ्रॉड होने से बचा
– पुलिस ने लाईव डिजिटल फ्रॉड को रोकते हुए रिटायर्ड आर्मी अधिकारी के 5.50 लाख रूपये फ्रॉड होने से बचाए
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी जिले में पुलिस के तमाम जागरूकता प्रयासों के बाद भी लोग डिजीटल फ्रॉड के केस में फंसते जा रहे हैं। शुक्रवार को भी एक ऐसा मामला सामने आया है जब डिजीटल फ्रॉड करने वालों ने ज्यादा रिटर्न दिलाने के नाम पर एक रिटायर आर्मी ऑफिसर को अपने जाल में फंस लिया लेकिन पुलिस और बैंक की सक्रियता से आर्मी ऑफिसर के साथ 5.50 लाख रुपए का फ्रॉड होने से बच गया। रिटायर आर्मी ऑफिसर को जालसाजों ने आईपीओ अलॉटमेंट की जानकारी पूर्व में देकर हाई रिर्टन दिलाने के जाल में फंसाया था। आर्मी ऑफिसर से खाते में पैसा जमा करने की बात कही गई लेकिन साइबर पुलिस और बैंक की सक्रियता से यह राशि ट्रांसफर नहीं हो पाई।
सूचना मिलते ही एक्टिव हुई साइबर पुलिस-
पुलिस विभाग के जिला साइबर क्राईम ब्रांच प्रभारी उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह जाट और उनकी टीम द्वारा रिटा. आर्मी अधिकारी के साथ शेयर मार्केट (आईपीओ) में निवेश कराकर हाई रिर्टन दिलाने के बहाने 5.50 लाख रूपये के लाईव डिजिटल फ्रॉड होने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस सूचना में पुलिस को बताया गया कि उक्त व्यक्ति द्वारा बैंक में जाकर संदिग्ध ट्रांसेक्शएन किया जा रहा है। सूचना के आधार पर तुरंत कार्यवाही कर सायबर टीम रिटा. आर्मी अधिकारी के पास बैंक पहुँचकर रिटा. आर्मी अधिकारी से घटना का विवरण लिया गया। रिटायर आर्मी अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक लिंक प्राप्त हुई जिसको खोलने पर स्वत: ही एक व्हाट्सएप गु्रप में जुड़ गए। इसमें उन्हें हाई रिटर्न दिलाने की बात कही गई।
पुलिस की जांच में निकला फर्जी ग्रुप-
उक्त गु्रप में आईपीओ अलॉटमेंट की जानकारी पूर्व में दी जाकर हाई रिर्टन दिलाया जाता है जब उक्त ग्रुप की जानकारी ली गई तब ज्ञात हुआ कि यह ग्रुप फर्जी है तथा लोगो को हाई रिर्टन दिलाने के नाम पर फ्रॉड करता है तथा साइबर पुलिस टीम द्वारा रिटा. अर्मी अधिकारी को बताया गया कि आपके साथ अज्ञात व्यक्ति द्वारा शेयर मार्केट (आईपीओ) में निवेश कराकर हाई रिर्टन दिलाने के बहाने डिजिटल फ्रॉड किया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने इस फर्जी ग्रुप की ब्लॉक कराया गया। साइबर क्राईम ब्राँच द्वारा बैंक अधिकारी के सहयोग से रिटा. आर्मी अधिकारी के साथ 5.50 लाख रूपये का फ्रॉड होने से बचाया गया । रिटा. आर्मी अधिकारी द्वारा सायबर टीम और बैंक अधिकारी का आभार प्रकट किया।