मन,श्वास और शरीर का संतुलन है योग
• साइलेंट हार्ट अटैक को रोक सकता है योग
• ‘स्व से जुड़ना ही योग है’
• ‘योग को पूरा विश्व उत्सव की तरह मना रहा है’
• कुलपति प्रो. लाभ ने सभी के साथ मिलकर किया योग
• तनाव कम करने में योग सर्वाधिक कारगर
रायसेन। सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में आज विश्व योग दिवस मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वैद्यनाथ लाभ ने छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ मिलकर योग किया। विश्वविद्यालय के योग विभाग के छात्र-छात्राओं ने सभी को योग के विभिन्न आसन करवाए। सभी ने कपाल भांति, प्राणायाम, शवासन और अन्य आसन किए। प्रो. लाभ ने कहा कि योग के ज़रिए हम स्व से जुड़ते हैं और इससे इंद्रियों का विस्तार होता है। उनका कहना था कि यदि हम योग को जीवन में उतारते हैं तो यह बेहद विस्तृत है। उनका कहना था कि आज योग को पूरे विश्व में उत्सव के तौर पर मनाया जा रहा है।
योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. उपेंद्र बाबू खत्री ने इस दौरान कहा कि कोरोना काल के बाद लोगों में तनाव बढ़ा है। तनाव दूर करने के लिए जब वो एक्सरसाइज़ कर रहे हैं तो उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक आ रहे हैं। कम उम्र में ही लोगों की मौत हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने में योग बड़ी अहम भूमिका निभा सकता है। डॉ. खत्री के अनुसार योग मन, श्वास और शरीर का संतुलन है जिसके कारण तनाव तुरंत दूर हो जाता है और साइलेंट हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक को रोका जा सकता है। योग, मनुष्य के आंतरिक और बाह्य शरीर के शुद्धिकरण का बड़ा साधन है।
योग के आसनों के बाद सभी प्रतिभागियों को बेल, नींबू का शर्बत, भेल, स्प्राऊट्स(अंकुरित दाल व मोटा अनाज) और फल खाने को दिए गए साथ ही इस आहार के लाभ भी बताए गए। कुलपति प्रो. वैद्यनाथ लाभ और शिक्षक-कर्मचारियों ने सभी प्रतिभागियों, उनके परिवार और स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ स्वल्पाहार किया। विश्वविद्यालय के योग दिवस कार्यक्रम में सलामतपुर के कुछ स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भी शिरकत की।