रायसेन में धान नहीं खरीदने तो उधर पगनेश्वर खरीदी केंद्र पर गेहूं तुलाई नहीं करने से नाराज किसानों ने किया चक्काजाम
उलझन में पड़े अन्नदाता, कहीं फसल बेचने तो कहीं बे मौसम बारिश से परेशान, आफत में जान
सी एल गौर रायसेन
जिला मुख्यालय रायसेन में सोमवार को धान फसल बेचने के लिए आए क्षेत्र के किसानो की व्यापारियों द्वारा धान की खरीदी नहीं करने से नाराज किसानों ने ट्रैक्टर ट्रालियां भोपाल रोड से लेकर सागर तिराहा तक रैली निकालते हुए चक्का जाम कर दिया जिसके कारण कुछ देर के लिए रोड पर आवागमन प्रभावित हुआ, सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। इस दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली हटाने को लेकर किसानों और और पुलिस के बीच कहां सुनी हो गई, इसके बाद पुलिस ने किसानों को आराम से समझाया तो वह ट्रैक्टर ट्रॉली हटाने के लिए मान गए।
चक्का जाम कर रहे किसानों का कहना था कि वैसे ही हम दे मौसम बारिश के कारण परेशान हैं ऊपर से हमारी धान की खरीदी व्यापारी नहीं कर रहे हैं जिससे हमें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में हम कहां जाएं जिधर देखो उधर परेशानियों का ही सामना करना पड़ रहा है। कोतवाली पुलिस ने किसनों को प्रशासन के अधिकारियों से बात करने के लिए कहा तब जाकर किसान मानने के लिए तैयार हुए। वहीं दूसरी ओर सांची मार्ग स्थित ग्राम पवनेश्वर में खरीदी केंद्र पर किसानों का गेहूं नहीं खरीद नहीं करने को लेकर किसानों ने रोड पर आकर चक्का जाम कर दिया और विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी, मौके पर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस भी पहुंची और किसानों को समझाइस दी गई तब जाकर बामुश्किल चक्का जाम कर रहे किसान मानने को तैयार हुए।
पग्नेश्वर खरीदी केंद्र पर गेहूं खरीदी के लिए कर्मचारी और किसानों के बीच काफी बहस हई जिसके कारण नाराज किसानों ने चक्का जाम किया। सवाल इस बात का है कि एक तरफ वेमौसम बारिश होने के कारण किसान अपनी फसल बेचने को लेकर परेशान हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ उसके माल नहीं खरीदने को लेकर विवाद की स्थिति बन रही है। इस प्रकार की स्थिति और भी कई खरीदी केदो पर देखने को मिल रही है। कुल मिलाकर अन्नदाताओं की जान आफत में दिखाई दे रही है, वैसे ही एक सप्ताह से मौसम बारिश ने परेशान कर रखा है ऊपर से माल की तुलाई समय पर नहीं होने से किसान परेशान हो रहे हैं। किसने की इस समस्या को लेकर शासन प्रशासन के अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए ताकि क्षेत्र के किसान को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।